- कौशल विकास मंत्री लोढ़ा को पत्र सौंपा,
Wardha वर्धा, 12 दिसम्बर
दिव्यांगों को अपने पैरों पर मजबूती से खड़ा करने के लिए उन्हें कौशल विकास की शिक्षा देना आवश्यक है। इसलिए, दिव्यांग बंधुओं के लिए आईटीआई परिसर में वर्कशॉप, आवासीय व्यवस्था और सुसज्ज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था की इमारत निर्माण के लिए 14 करोड़ रुपये का निधि स्वीकृत किया जाए, ऐसी मांग जिले के पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर ने कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग के मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा के समक्ष रखी।
जिले में पूर्वाश्रम के समाज कल्याण एवं वर्तमान दिव्यांग कल्याण विभाग के अंतर्गत दिव्यांग बंधुओं के लिए एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था कार्यरत है। वर्तमान स्थिति में यह इमारत अत्यंत जीर्ण अवस्था में है। संस्था में केवल प्राचार्य और एक कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि सुविधाओं का अभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। दिव्यांग विद्यार्थियों को तकनीकी कौशल के साथ-साथ ‘सॉफ्ट स्किल्स’ का प्रशिक्षण मिले, इसके लिए संस्था का आधुनिकीकरण आवश्यक है, यह बात पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर ने स्पष्ट रूप से उजागर की है।
दिव्यांगों के लिए स्वतंत्र वर्कशॉप, आवासीय व्यवस्था और आवश्यक मानव संसाधन के साथ आधुनिक आईटीआई इमारत का निर्माण करने के लिए 14 करोड़ रुपये का निधि तत्काल स्वीकृत करने की विनती पालकमंत्री ने की है। पालकमंत्री डॉ. भोयर की विनती पर कौशल विकास मंत्री लोढ़ा ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के संचालकों को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जिले में दिव्यांग बंधुओं की संख्या बड़ी है और उनके लिए वर्कशॉप व आवासीय व्यवस्था उपलब्ध हुई तो दिव्यांगों को अपने पैरों पर मजबूती से खड़ा होने में बड़ी सहायता मिलेगी।
