wardha वर्धा, 8 दिसम्बर
पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर के प्रयासों से वर्धा के महादेवपुरा और नालवाड़ी में लड़कियों के लिए दो तथा सावंगी में लड़कों के लिए एक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 74 करोड़ 12 लाख 88 हजार रुपये की निधि मंजूर की है।
ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की कमी के कारण पिछड़े वर्ग के अनेक विद्यार्थी जिला मुख्यालय में पढ़ाई के लिए आते हैं, लेकिन सरकारी छात्रावास उपलब्ध न होने से उन्हें रहने की जगह और बढ़े हुए किराए की समस्या झेलनी पड़ती है। बस सुविधा समय पर न मिलने से कई विद्यार्थी रोज़ घंटों इंतज़ार करते हैं, जिससे उनका पढ़ाई का समय नष्ट होता है और वे समय पर कॉलेज भी नहीं पहुँच पाते। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पालकमंत्री डॉ. भोयर ने राज्य सरकार से लगातार अनुनय-विनय की, जिसका सकारात्मक परिणाम अब सामने आया है।
महादेवपुरा और नालवाड़ी में लड़कियों के लिए दो बड़े छात्रावास बनेंगे। दोनों के लिए कुल 49 करोड़ 74 लाख 52 हजार रुपये की निधि रखी गई है। महादेवपुरा छात्रावास पर 24 करोड़ 90 लाख 36 हजार रुपये खर्च होंगे। वर्तमान क्षमता 75 है, जिसे 175 तक बढ़ाने का प्रस्ताव है, और कुल 250 छात्राओं के रहने की व्यवस्था होगी। नालवाड़ी छात्रावास हेतु 24 करोड़ 84 लाख 16 हजार रुपये की तरतूद है। इसकी क्षमता 100 है, जिसे 150 बढ़ाया जाएगा, और यहां भी 250 छात्राओं को निवास मिलेगा।
सावंगी के मेडिकल कॉलेज में पढ़ने आने वाले लड़कों का छात्रावास बनाया जाएगा। इसके लिए 24 करोड़ 38 लाख 36 हजार रुपये की मंजूरी दी गई है। क्षमता 250 छात्रों की होगी। तीनों छात्रावासों में कुल 750 विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
वर्धा जिले में पिछड़े वर्ग के लिए तीन छात्रावास मंजूर होने पर पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर ने सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट से मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया।
