बदल दी दिल की जगह

  • सावंगी मेघे अस्पताल में ‘लाखों में एक’ सर्जरी

Wardha वर्धा, 8 जून
आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण रुग्णालय, सावंगी मेघे के शालिनीताई मेघे सुपरस्पेशालिटी सेंटर में एक अत्यंत दुर्लभ और जटिल हृदय सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। आर्वी तहसील के रसुलाबाद गांव की 51 वर्षीय महिला मरीज को सीने में दर्द और थकान के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान पता चला कि मरीज को ‘डेक्सट्रोकार्डिया विथ सीटस इनवर्स’ नामक एक दुर्लभ जन्मजात स्थिति है, जिसमें हृदय दाईं ओर होता है और अन्य अंग भी विपरीत दिशा में होते हैं।

साथ ही दिल की प्रमुख रक्तवाहिनियों में कई जगह रुकावटें पाई गईं। मरीज की पंपिंग क्षमता भी सामान्य से बहुत कम (35-40%) रह गई थी। इस जटिल स्थिति में, सर्जनों ने बिना हृदय की गति रोके, नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हुए बाईपास सर्जरी की।

सर्जरी में प्रमुख योगदान हृदय शल्यचिकित्सक टीम के साथ डॉ. प्रसाद पानबुड़े, डॉ. भक्ति पाटिल और नर्सिंग टीम के रतीश, अमोल, अर्चना, श्वेता, अंजलि, मनीष खरे का रहा। सर्जरी सफल रही और मरीज को सातवें दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

परिवार ने इलाज से गहरा संतोष व्यक्त किया। डॉ. चंद्रशेखर महाकालकर ने बताया कि यह सर्जरी सुपरस्पेशालिटी सेंटर की क्षमता और गुणवत्ता का प्रमाण है। अब यह केंद्र विदर्भ ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य भारत में जटिल सर्जरी के लिए एक प्रमुख नाम बन गया है।

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