वर्धा में विविध विकास कार्यों का लोकार्पण
Wardha वर्धा, 12 मई : वर्धा जिले में लाॅजिस्टिक पार्क तैयार हो रहा है. जिससे रोजगार की निर्मिति होगी, व्यापार के अवसर मिलेंगे. लाॅजिस्टिक पार्क की दृष्टि से वर्धा जिला एक महत्वपूर्ण जिला साबित होगा. औद्योगिक निवेश भी शुरू हो रहा है. किसानों के लिए सरकार वैनगंगा नल गंगा परियोजना हाथों में ली है. 2025 तक इसका काम शुरू करना है. इस प्रकल्प से 10 लाख एकड़ जमीन सिंचित होगी . 1 करोड़ रुपए इस प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे. इस आशय के विचार राज्य के मुख्यमंत्री देवेेंद्र फड़णवीस ने व्यक्त किए. वे वर्धा में विविध विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में एकात्मिक विकास प्रकल्प व आरटीओ कार्यालय एवं उप प्रादेशिक परिवहन कार्यालय का ई लोकार्पण एवं सेवा पखवाड़ा का समापन किया गया.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लाड़ली बहनों का केवल 1500 रुपए देकर हम शांत नहीं बैठे हैं. अब बहनों को लखपति दीदी भी बनाना है. उसी दिशा में सरकार के प्रयास है. राज्य में 1 करोड़ दीदी को लखपति बनाने का लक्ष्य है. इस साल 1 लाख महिला को लखपति दीदी बनाने का संकल्प है.
इस अवसर पर कार्यक्रम में आदिवासी विकास मंत्री अशोक उइके, राज्य मंत्री एवं जिले के पालक मंत्री पंकज भोयर, विधायक समीर कुणावार, विधायक सुमित वानखेडे, विधायक दादाराव केचे, विधायक राजेश बकाने जिलाधिकारी वान्मथी सी. जि.प. सीईओ जितिन रहमान सहित भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सरकार आपके द्वार ’अभियान के माध्यम से जिले में 15 दिनों में 22 हजार लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला. यह सराहनीय है कार्य है. राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि वर्धा जिले के 20 बस दी है. जून महीने तक 30 बस और दी जाएगी. ताकि ग्रामीणों को आवागमन में आसानी होगी. राज्यमंत्री डा. पंकज भोयर ने वर्धा जिले के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक से अतिरिक्त बसों की मांग की. कार्यक्रम के दाैरान मुख्यमंत्री के हाथों प्रधानमंत्री फडणवीस के हाथों विविध योजनाओं के धनादेश का वितरण किया गया.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों वर्धा में उप-प्रादेशिक परिवहन कार्यालय तथा एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प कार्यालय का ई-लोकार्पण किया गया।
वर्धा शहर के पास सालोड में 15 एकड़ क्षेत्र में परिवहन कार्यालय की सुसज्ज इमारत तैयार की गई है, जिस पर 11 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत आई है।इसके अलावा, चार मंजिला एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प कार्यालय की स्वतंत्र इमारत का भी लोकार्पण किया गया, जिस पर 5 करोड़ 25 लाख रुपये का खर्च आया है।
