- आर्वी तहसील के पाचोड का आरोपी
- क्राइम ब्रांच ने पकड़ा
wardha वर्धा, 24
एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने वाले युवक को सूरत से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वर्धा पुलिस के अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक प्रकोष्ठ एवं स्थानीय अपराध शाखा ने ‘ऑपरेशन शोध’ अभियान के अंतर्गत की गई।
मामला 9 जून 2024 को सामने आया जब फरियादी ने पुलिस स्टेशन सेलू में मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, उनकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी को दिनांक 7 जून 2024 को दोपहर लगभग 2 बजे के आसपास राहुल रवि चव्हाण (24), निवासी पाचोड, तहसील आर्वी, ने शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर भगा ले गया।
फरियादी की शिकायत पर पुलिस स्टेशन सेलू में अपराध क्रमांक 516/2024 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 363 व 370 के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। 19 मार्च 2025 को इस गंभीर अपराध की जांच अनैतिक मानव तस्करी प्रतिबंधक प्रकोष्ठ वर्धा तथा स्थानीय अपराध शाखा वर्धा को सौंपी गई।
पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन एवं अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. सागर कवडे के निर्देशों के अनुसार, पुलिस निरीक्षक विनोद चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष खोजी दल का गठन किया गया।
तकनीकी जांच और मुखबिर की मदद से आरोपी का सुराग गुजरात के सूरत में मिला। विशेष पथक को 17 अप्रैल 2025 को सूरत रवाना किया गया, जहां टीम ने लगातार तीन से चार दिनों तक मेहनत कर आरोपी राहुल चव्हाण और नाबालिग पीड़िता को खोज निकाला। इसके बाद दोनों को कानूनी प्रक्रिया के तहत पुलिस स्टेशन सेलू के हवाले किया गया।
इस संपूर्ण कार्रवाई में स.फौ. सुभाष राऊत, पो.हवा. नितेश मेश्राम, महिला पो.हवा. शबाना शेख, पो.शि. नवनाथ मुंडे (अनैतिक मानव तस्करी प्रकोष्ठ) तथा साइबर सेल वर्धा के पो.हवा. अक्षय राऊत और गोविंद मुंडे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फिलहाल, आगे की जांच पुलिस स्टेशन सेलू द्वारा की जा रही है। वर्धा पुलिस की इस त्वरित और कुशल कार्रवाई की सर्वत्र सराहना की जा रही है।
