- आर्वी विधानसभा सीट पर हलचल
- फडणवीस के करीबी वानखेड़े की राह आसान
- अब मुकाबला सांसद की पत्नी के साथ
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Wardha वर्धा 2 अक्टूबर आर्वी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बागी उम्मीदवार विधायक दादाराव केचे ने आज अपना नामांकन वापस लेने की घोषणा की। भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के आश्वासन के बाद उनके मन में जो शिकवे थे, वे दूर हो गए हैं। केचे ने भाजपा उम्मीदवार सुमित वानखेडे की जीत के लिए समर्थन देने की बात कही।
भाजपा जिला संयोजक सुधीर दिवे ने बताया कि 2 नवंबर को अहमदाबाद में गृहमंत्री अमित शाह, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, जिला संयोजक दिवे और आर्वी कृषी उत्पन्न बाजार समिति के सभापति संदीप काले की उपस्थिति में केचे की विस्तृत चर्चा हुई। इस चर्चा के बाद, केचे ने केंद्रीय मंत्री शाह को आश्वासन दिया कि वे आर्वी से निर्दलीय नामांकन वापस लेंगे। अहमदाबाद में चर्चा के दौरान, प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने उन्हें भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया।
दादाराव केचे ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि वे 1983-84 से आर्वी में भाजपा का गढ़ संभाल रहे हैं। वे तहसील अध्यक्ष भी रह चुके हैं और 2009 तथा 2019 में विधायक बने। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं, लेकिन आश्वासन के बावजूद टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं में निराशा फैल गई थी। उनके आग्रह पर उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया, लेकिन वे अपनी पार्टी को कमजोर नहीं होने देना चाहते थे। प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले और पूर्व सांसद तडस ने उन्हें समझाया कि पार्टी हित में निर्णय लेना चाहिए।
बॉक्स: चार्टर प्लेन और प्रदेश उपाध्यक्ष
आर्वी विधानसभा चुनाव 2024 में दादाराव केचे के बिना जीतना भाजपा के लिए कठिनाई साबित हो रहा था। इसलिए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उन्हें मनाने के लिए प्रयास किए। आज सुबह चार्टर प्लेन से दादाराव केचे, प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले और सुधीर दिवे अहमदाबाद गए। वहां चर्चा के बाद, केचे को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया, और उन्हें नियुक्ति पत्र भी तुरंत सौंपा गया।
इस प्रकार, गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप से आर्वी विधानसभा की राजनीतिक स्थिति में स्थिरता आई है, जिससे भाजपा को आगामी चुनावों में मजबूती मिलेगी।