आर्वी में की राजनीति में परिवारवाद हावी

  • आम जनता को रास नहीं आ रहा निर्णय
  • सांसद अमर काले ने पत्नी को दिलाया टिकट

Wardha वर्धा 26 अक्टूबर :
राकपा के पाले में आर्वी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की टिकट खींच लाने के सांसद अमर काले को सफलता मिली है, लेकिन यह टिकट पत्नी के लिए मांगने के कारण इसे राजनीतिक स्वार्थ सिद्धी के रूप में देखा जा रहा है । आगामी दिनों में एंटी इनकंबन्सी बन सकती है। (Aarvi amar kale politics)


आज राष्ट्रवादी शरद पवार गुट ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें वर्धा जिले से आर्वी विधानसभा क्षेत्र के लिए मयुरा अमर काले का नाम तय किया गया है।

पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार तय करते समय ही स्पष्ट कर दिया था कि आर्वी निर्वाचन क्षेत्र पार्टी ही लड़ेगी, और यह सच साबित हुआ। मयुरा काले, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात की भतीजी हैं। आर्वी का क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ होने के कारण कांग्रेस ने इस सीट को नहीं छोड़ने का आग्रह मुंबई और दिल्ली की पार्टी बैठकों में किया। (Aarvi amar kale politics)

कुछ नाम भी सुझाए गए थे। लेकिन छानबीन समिति में सुझाए गए नामों पर चर्चा नहीं हुई, और अचानक मयुरा काले ळ के नाम पर चर्चा शुरू हो गई। तब इच्छुक शैलेश अग्रवाल, बाला जगताप और अनंत मोहोड ने आपत्ति जताई और वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की।

खबरें यह भी हैं कि राहुल गांधी ने स्वयं यह सवाल उठाया कि मयुरा काले का नाम कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस दोनों की सूची में कैसे है। लेकिन इतना तो तय हैं कि वर्धा जिले में पहली बार एक ही परिवार के कोटे में सांसद और विधायक की टिकट मिली है, पार्टी ने एक ही परिवार में दो राजनीति ठूंस देने के कारण आम जनता इसे किस प्रकार से निर्णय देगी, यह आने वाला समय बताएगा।(Aarvi amar kale politics)

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