- तीन सदस्यीय दल ने किया निरीक्षण
- 5 जगहों का किया मुआयना
- 3 घण्टे तक रुकी टीम
- सरकार को सौंपेंगे रिपोर्ट
Wardha वर्धा 9 जुलाई
हिंगणघाट में प्रस्तावित सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्थान की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय मेडिकल काउंसिल की टीम ने आज निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान टीम ने अधिकारियों के साथ मिलकर 5 संभावित स्थानों का अवलोकन किया और लगभग तीन घंटे तक इस प्रक्रिया में शामिल रही।
टीम ने उपजिला अस्पताल के पीछे की खाली जगह, कोल्ही और नांदगांव में वन विभाग की जमीन, तथा जाम और कुटकी में कृषि विभाग की जमीन का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी राहुल कर्डिले, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, नागपुर के अधिष्ठाता डॉ. रवी चव्हाण, सरकारी मेडिकल कॉलेज संभाजीनगर के औषधशास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. मिर्झा सिराज बेग, और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के सहयोगी प्राध्यापक डॉ. सचिन हिवरे भी उपस्थित थे।
आयुर्विज्ञान समिति ने उपविभागीय अधिकारी शिल्पा सोनाले, तहसीलदार योगेश शिंदे, नायब तहसीलदार सागर कांबळे, और नगर परिषद के मुख्याधिकारी प्रशांत उरकुडकर से विभिन्न जमीनों की जानकारी प्राप्त की। अब इस निरीक्षण की रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही सरकार को सौंपी जाएगी, जिसके बाद स्थान के चयन पर निर्णय लिया जाएगा।
संघर्ष समिति ने उपजिला अस्पताल के पीछे की सरकारी जमीन पर मेडिकल कॉलेज बनाने की सिफारिश की है। यदि वहाँ कोई तकनीकी समस्या आती है, तो नांदगांव की जमीन पर विचार करने का अनुरोध किया गया है।
मेडिकल कॉलेज के निर्माण में देरी को देखते हुए विधायक समीर कुणावार ने दो दिन पहले मुंबई में मंत्री हसन मुश्रीफ से मुलाकात की और तत्काल हिंगणघाट में निरीक्षण टीम भेजने की मांग की। कुणावार की मांग को गंभीरता से लेते हुए मुश्रीफ ने तुरंत टीम को भेजा। उम्मीद है कि अब मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता जल्दी साफ होगा।
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