- महावितरण की डीपी पर चढा अजगर
- 3 घंटे तक बिजली बंद रखनी पड़ी
- भारी भरकम अजगर को उतारा नीचे
- सर्प मित्रों ने किया वन विभाग के हवाले
- खुर्सापार के जंगल में छोड़ा गया
Wardha वर्धा 12 जुलाई :
रात में सब सोने की तैयारी में थे, लेकिन एक अजगर ने 10 गांव में बिजली गुल करके रखने को मजबूर कर दिया. महावितरण कंपनी की डीपी पर तीन घंटे तक अजगर चढकर बैठा था. आखिर तीन घंटे के प्रयासों से उसे नीचे उतारकर वन विभाग के हवाले किया गया. Python climbed on electric pole
वर्धा जिले के समुद्रपुर में ना बारिश थी, ना तेज हवा, ना ही महावितरण की हमेशा की तरह कोई तकनीकी समस्या थी. बावजूद इसके तीन घंटे तक 10 गांव की बिजली बंद रखी गई.
समुद्रपुर के पर्बत लाॅन के सामने महावितरण कंपनी की डीपी है. इस डीपी पर गुुरुवार 11 जुलाई 2024 की रात में गांव के एक व्यक्ति ने देखा कि डीपी पर एक विशालकाय अजगर लगातार ऊपर की ओर चढे जा रहा है. Python climbed on electric pole
धीरे धीरे वह बिजली की तार की दिशा में आगे बढ रहा था. यह देखते ही उसने गांव के लोगो को इसकी सूचना दी, प्राणि मित्र भी वहां आ गए. 33 केवी की बिजली डीपी होने के कारण कोई भी अपनी जान जोखिम में डालने तैयार नहीं था.
आखिर प्राणि मित्रों महावितरण को इसकी सूचना देकर बिजली आपूर्ति बंद कराई. पश्चात सर्प मित्र प्रफुल कुडे ,हर्षल उमरे ,मंगेश थूल, रजत भुरे ने ऊपर चढकर अजगर को जैस तैसे नीचे उतारा. आखिरा तीन घंटों की मशक्कत के बाद अजगर को नीचे लाकर पकड़ा गया. Python climbed on electric pole
दस गांव की बिजली आपूर्ति खंडित की गई थी, जिससे गांव के लोगों को तीन धंटे तक अंधेरे में रहना पड़ा. सर्प मित्र सर्पमित्र प्रफुल कुडे व हर्षल उमरे दोनों के कारण भारी भरकम अजगर को नीचे उतारकर वनविभाग के क्षेत्र सहायक आर . पी. धनवीज व वनरक्षक योगेश पाटिल, वन सहायक के हवाले किया गया. वन विभाग ने उसे खुर्सापार के जंगल में छोड़ दिया है.
वन विभाग को सूचना दे
वनविभाग के क्षेत्र सहायक आर . पी. धनवीज ने कहा कि किसी भी प्रकार के खतरे में वन्यजीव को देखते ही, नागरिकों ने सबसे पहले वन विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए. जागरुक नागरिकों का यही कर्तव्य है. इससे वन्यजीव और मानव संघर्ष को टाला जा सकता है.
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