रेती घाट लिया यवतमाल में, चोरी वर्धा जिले से

  • रेवेन्यू डिपार्टमेंट से शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं
  • ग्राम पंचायत कार्यालय की पुलिस से शिकायत
  • नाकाबंदी करके पुलिस ने रेती चोर पकड़ी
  • मुख्य आरोपी सहित एक फरार

Wardha वर्धा : यवतमाल जिले का रेतीघाट धारक धड़ल्ले से वर्धा जिले की सीमा में रेत की चोरी कर रहा था. आखिर पुलिस ने कार्रवाई करके उससे 45 लाख रुपए का माल जब्त किया. 1 मई को पुलिस ने कार्रवाई की. उसके बाद से आरोपी अशफाक शेख और उसका साथी रोहित सुर (चंद्रपुर) फरार है. उल्लेखनीय है कि अल्लीपुर ग्रा.पं. ने रेती चोरी की शिकायत हिंगणघाट एसडीओ कार्यालय में की थी. क्योंकि नदी में उत्खनन के कारण दूषित जलापूर्ति हो रही थी. लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेगी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्धा निवासी ठेकेदार अशफाक शेख ने यवतमाल जिले में रेतीघाट नीलामी में लिया है. नियमानुसार उसने रेती का उत्खनन भी उसी नीलाम घाट से करना था, लेकिन कई महीनों से शेख वर्धा जिले की सीमा में रेत की चोरी कर रहा था. शेख के हाैसले इतने बुलंद थे कि उसने नदी में पोकलेन, नदी से रेती निकालने वाली बोट, अन्य मशीनरी लगा रखी थी. नदी के बीच अत्यधिक खुदाई के कारण अल्लीपुर को दूषित जलापूर्ति हो रही थी. ग्रा.पं. ने मुआयना किया, तब पता चला कि पंपिंग स्टेशन के पास तक रेतमाफिया रेती निकाल रहे है.

ग्रा.पं. ने इसकी शिकायत एसडीओ हिंगणघाट में की. लेकिन एसडीओ ने कोई कार्रवाई नहीं की. आखिर ग्रा.पं. ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने कात्री घाट पर कार्रवाई करके 45 लाख रुपए का माल जब्त किया. हिंगणघाट उपविभाग में रेती माफिया पर अब तक की सभी कार्रवाई पुलिस ने की है. ऐसे में जिलाधिकारी ने एसडीओ कार्यालय से इसका जवाब तलब करने की जरूरत है.

राजनीतिक आशीर्वादके चलते हिंगणघाट उप विभाग में रेती चोरी धड़ल्ले से हो रही है. खुलेआम होने वाली रहती चोरी आखिर अधिकारी और तहसील कार्यालय को क्यों नहीं दिखाई दे रही है यह सवालिया निशान जिला अधिकारी पर मंडरा रहा है. राजस्व विभाग का काम अब पुलिस को करना पड़ रहा है, जिससे पुलिस पर काम का दोहरा दबाव हो गया है पुलिस पर शराब के साथ-साथ अब रीति चोरी पर भी अंकुश लगाने की जिम्मेदारी आन पड़ी है, लेकिन इस प्रकार से एक विभाग का काम दूसरा विभाग कब तक संभालेगा.


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!