मुफ्त की बिजली लूटने में विदर्भ के ये दो शहर आगे

  • घर में लगाएं सोलर रूफ टॉप, पाए मुफ्त बिजली
  • आईये आपको बताएं मुफ्त की बिजली
  • बिजली बची तो महावितरण को भेज दो
  • जानिए कैसे करना होगा आवेदन

Nagpur नागपुर: साैर ऊर्जा के जरिए मिलने वाली मुफ्त की बिजली लूटने में विदर्भ के नागपुर और वर्धावासी अव्वल नंबर पर है. राज्य भर में महावितरण के 1 लाख 40 हजार 808 सोलर रूफ टॉप में लगाए है. उनमें से अकेले नागपुर जिले में 24 हजार 357 और वर्धा जिले में 2 हजार 653 उपभोक्ताओं ने रूफ टॉप सोलर सिस्टम लगाया है. साैर ऊर्जा से मिलनेवाली बिजली का जमकर उपयोग करने के बाद भी ग्राहकों को अल्प बिजली बिल या कई बार शून्य बिजली बिल आ रहा है. जिससे नागपुर, वर्धा के ग्राहकों को बिजली बिल की झंझट ही नहीं रही. पर्यावरण के अनुकूल तरीके से बिजली मिलने से पर्यावरण का भी रक्षण हो रहा है.

रूफ टॉफ सोलर की संख्या पूरे राज्य में 1 लाख 40 हजार 808 है. इससे राज्य में दो हजार 53 मेगावॉट बिजली बन रही है. नागपुर जिले में 24 हजार 357 रुफ़ टॉप है. उनसे विद्युत निर्मिती स्थापित क्षमता 251 मेगावॉट है. राज्य के कुल सोलर रुफ़ टॉप की तुलना में 17.29 प्रतिशत सोलर रुफ़ टॉप अकेले नागपुर जिले में है. नागपुर परिमंडल का विचार करे तो, वर्धा जिले में 2 हजार 653 रुफ टॉप के ग्राहकाें सहित परिमंडल के कुल 27 हजार 10 ग्राहकाें ने अपने छतों पर सौर ऊर्जा निर्मिति शुरू की है. राज्य के कुल सोलर रुफ़ टॉप में नागपुर परिमंडल का 19.18 प्रतिशत हिस्सा है.

क्या कहते हैं आंकड़े: – 7 साल पहले राज्य में केवल 1 हजार 74 ग्राहकाें के पास यह सोलर पैनल हुआ करते थे, जिससे 20 मेगावॉट सौर ऊर्जा रूफ टॉप पद्धती से निर्माण होती थी. लेकिन अब सात वर्ष में इसमें भारी वृद्धि हुई है. कुल ग्राहकों की संख्या 1 लाख 40 हजार 808 तक पहुंच गई है. बीते वर्ष यह आंकड़ा 76 हजार 808 था. साैर ऊर्जा से 1 हजार 860 मेगावॉट बिजली का निर्माण होता था. नागपुर जिले में बीते आर्थिक वर्ष में 10 हजार 94 ग्राहकाें ने 82 मेगावॅट स्थापित वीज निर्मिति करने वाले रुफ़ टॉफ सेटप लगाया है.
सौर ऊर्जा के कारण अब ग्राहकों के बिजली बिल में काफी कमी आई है. ग्राहक के साैर पैनल से निर्मित बिजली बचने के बाद उसे महावितरण कंपनी के ग्रीड में भेजा जाता है. जितनी बिजली कंपनी ने ली है. ग्राहक के उतने बिल में रियायत देती है. कई बार ग्राहक को शून्य बिल भी आता है. सोलर पैनल लगाने का खर्च चार से पांच वर्षों में ही निकल जाता है. लेकिन सोलर पैनल का उपयोग 25 वर्षों तक किया जाता है.

रूफ टॉप लगाने के लिए क्या करें रुफ टाॅप लगाने के लिए https://pmsuryaghar.gov.in/discom/solar/account/subDivisionList साइट पर अथवा पीएम – सूर्यघर मोबाईल एप पर पंजीयन कराना होता है. https://www.mahadiscom.in/ismart/ साइट पर जाकर प्रकिया पूरी करना होती है. रूफ टाॅप लगाने के लिए ग्राहक अपनी पसंद के विक्रेता को चुन सकता है. सौर ऊर्जा के कारण प्रधानमंत्री सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना में शामिल होने के लिए महावितरण के रुफ़ टॉप सोलर योजना का लाभ अधिकाधिक लेने का आवाहन महावितरण के नागपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता दिलीप दोड़के ने किया है.

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