- सांसद रामदस तड़स के पुत्र पंकज की पत्र परिषद
- तड़स ने सुनाएँ दर्जनों ऑडियो क्लिप
- राजनीतिक और आर्थिक फायदे के लिए आरोप
- सुषमा अंधारे और पूजा तड़स के आरोपों पर जवाब
- पूजा के साथियों से बताया स्वयं की जान को खतरा
Wardha वर्धा: शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की प्रवक्ता सुषमा अंधारे द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करने के लिए बीजेपी सांसद एवं लोकसभा के उम्मीदवार रामदास तड़स के पुत्र पंकज तड़स ने आज वर्धा में पत्रकार परिषद ली. इस पत्र परिषद में पंकज खुद को राजनीततिक षड्यंत्र का शिकार बताया. पंकज ने कहा कि नागपुर में सुषमा अंधारे और पूजा शेंद्रे द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है. पूजा और उसके साथियों से मेरी जान को खतरा है. मैं मुझ पर विष प्रयोग करने के कारण मैंने पूजा के साथ रहना छोड़ दिया
पत्र परिषद में पंकज ने कई प्रकार की ऑडियो क्लिप सुनाई. इसमें पंकज का दावा की पूजा और उसके साथ जुड़े आपराधिक छवि वाले लोगों ने मिलकर के मुझे फ़साय और दबाव डालकर जबरन विवाह कराया. यह सब करने के पीछे पूजा और उसके साथी मेरी सम्पति हड़पना चाहते हैं, सम्पति हड़पने और मेरे पिता का राजनीति आर्थिक नुकसान करने के उद्देश्य से राजनीतिक षड्यंत्र बनाया है. एन चुनाव के समय राजनीतिक लोगों को साथ में लेकर जानबूझकर मेरे परिवार की बदनामी की जा रही है.जबकि मेरे पिता का इससे कोई संबंध ही नहीं हैं, बार बार उनका और उनकी पार्टी का नाम लिया जा रहा हैं
पत्र परिषद में पंकज तड़स ने दावा किया कि उसके पास दो हजार ऑडियो क्लीप है, जिसमे साफ होता है कि पूजा के आरोप राजनीतिक बदले की भावना और आर्थिक लालसा में लगाए गए है. पंकज ने एक ऑडियो क्लिप सुनाई की जिसमे पूजा के जीजा कह रहे है कि सम्पति अपने नाम करवा लो, वहीं दूसरी और एक अन्य क्लिप में कहा जा रहा है की शादी के बाद बेटा (पंकज) फंसने के बाद और उसके बाप का आर्थिक दोहन शुरू करनंगे. एक अन्य क्लिप में है बाप बेटे को लाइन पर लाने के लिए सामाजिक और राजनीतिक बदनामी करने के लिए पूजा को उकसाया जा रहा हैं.
पंकज ने कहा की पूजा तड़स और उसके साथियों के खिलाफ चार केस रामनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज है. पूजा के साथ एक ऐसा व्यक्ति भी जुड़ा है, जो संपत्ति के लिए हत्या के आरोप में जेल से जमानत पर छूट कर आया है. इसलिए अब मुझे भी अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है सामाजिक और राजनीतिक स्वार्थ के चलते किसी एक परिवार की बदनामी करना उचित नहीं है. सुषमाताई अंधारे यदि नागपुर में पत्र परिषद लेने से पहले मुझे मेरा पक्ष जानने आई रहती तो मैं उन्हें यह सारी ऑडियो क्लिप और 10000 पन्नों के सारे सबूत दिखा दिया रहता.
उम्मीद है कि यह सारे सबूत देखने के बाद शायद सुषमा अंधारे नागपुर में पत्र परिषद ही नहीं लेतीं. पूजा को न्यायालय ने आदेश थे कि जब तक यह केस शुरू है, तब तक वह सार्वजनिक स्तर, मीडिया में जाकर किसी प्रकार के बदनामी करने वाले आरोप नहीं लगा सकती है, लेकिन न्यायालय आदेश की पूजा ने अवहेलना की है, इतना ही नहीं एक उम्मीदवार के नाते पूजा सार्वजनिक रूप से सार्वजनिक मंच पर मेरी और मेरे परिवार की बदनामी कर सकती है. निर्वाचन आयोग के नियमों का पूजा ने सरेआम उल्लंघन किया है, समाज ने मेरा पक्ष भी सुनना चाहिए. इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने आज पत्रकार परिषद ली है. मेरे ऊपर लगाए आरोपों का एक भी पुख्ता सबूत पूजा और उसके साथियों के पास नहीं है. लेकिन मेरे पास सबूत की खदान है.