- सांसद तड़स से क्यों रोक दिया बीच में प्रचार
- क़्या सुनकर प्रचार करने से रुके तड़स
- कहा चले गए अचानक कुछ किसानों के साथ
- किस अधिकारी को तड़स ने किया अनुरोध
Wardha वर्धा : 2024 के लोकसभा चुनाव में जहां हर कोई नेता अपनी बात जनता के सामने रखने के लिए घूम रहा है. वहीं दूसरी ओर भाजपा की उम्मीदवार रामदास तड़स ने अपना चुनावी दौरा अचानक रोक कर बारिश और नुकसान से प्रभावित किसानों से मिलने के लिए रोक दिया. सांसद तड़स जिले में हो रही दो दिनों की बारिश के चलते उन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. जहां पर किसानों का नुकसान है. चुनाव के और एन टाइम पर प्रचार अभियान रोककर किसानों की सुध लेने वाले नेता संसद रामदास तड़स की अब जिले में खूब चर्चा हो रही है. उल्लेखनीय है कि बीते तीन-चार दिनों से वर्धा जिले के अनेक इलाकों में जोरदार बारिश और ओलावृष्टि हुई है. जिससे किसानों की तरबूज खरबूज सहित अन्य अन्य फसलों का काफी नुकसान हुआ ह. हिंगणघाट और देवली तहसील में प्रचार अभियान के दौरान कुछ किसानों ने उनके खेत में हुए नुकसान की जानकारी सांसद रामदास को दी. यह सुनने के बाद संसद रामदास तड़स अपना प्रचार अभियान वही रोकते हुए तड़का फड़की किसानों के खेत में पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया. रामदास तड़स ने येकुरली , अल्लीपूर, पिंपलगांव, एकुर्ली व धोत्रा गांव में जाकर किसानों के नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने तुरंत ही उपविभागीय अधिकारी को फोन करके नुकसान की सूचना दी. साथ थी अनुरोध किया कि जिन किसानों का जिले में नुकसान हुआ हैं. उन किसानों की फसल नुकसान का सर्वेक्षण तत्काल करके उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाए. ताकि किसानों को आर्थिक मदद मिल सके. लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी कांटे की टक्कर के बीच अपना प्रचार छोड़कर जनता के बीच जाने के कारण संसद रामदास की लोकप्रियता बड़ी है. वैसे भी संसद रामदास तडस को आसानी से प्राप्त होने वाले संसद के रूप में जाना जाता है क्योंकि संसद रामदास बड़े से बड़े और छोटे से छोटे, गरीब से गरीब परिवार के सुख-दुख में शामिल होने की प्रवृत्ति वाले नेता है. पुरे महाराष्ट्र में सांसद रामदास तड़स एकमात्र उदाहरण है जहां राजनीतिक चुनाव प्रचार को छोड़कर कोई नेता सीधे जनता की मदद के लिए दौड़ा है. व्यक्तिगत चुनाव अभियान और राजनीतिक कम को छोड़कर कोई कोई नेता इस प्रकार से गरीबों की मदद के लिए दौड़ सकता है यह काम केवल संसद रामदास तड़स ही कर सकते हैं
