उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री शर्मा ने विदर्भ में कहा
वर्धा : महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश में लोकसभा 2024 के चुनाव परिवारवादी और राष्ट्रवादी के बीच हो रहे हैं. जिस समय हम 400 पार की बात कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर इंडी एलायंस में सीट वितरण को लेकर सिरफुटव्वल हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी लोकसभा के महाराष्ट्र चुनाव प्रभारी एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री, राज्यसभा सांसद एवं महाराष्ट्र राज्य के चुनाव प्रभारी दिनेश शर्मा ने जताया. वे वर्धा के हाॅटले तंदूर में आयोजित पत्र परिषद में बोल रहे थे. इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील गफाट, भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रमुख सुमित वानखेडे, विधायक पंकज भोयर उपस्थित थे.
दिनेश शर्मा ने कांंग्रेस की परिवारवाद की मनोवृत्ती पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र में राजनीतिक पार्टियों के बीच नहीं है. बल्कि तुष्टिकरण की मानसिकता, बाबासाहब आंबेडकर के विरोधक, राम मंदिर विरोधी, राष्ट्रवाद के विरोध, परिवारवादियों के बीच की लड़ाई है. कांग्रेस, उद्धव ठाकरे, शरद पवार के गठबंधनवाले गुटों को जनता सबक सिखाएगी, क्योंकि इस चुनाव की बागडोर ही जनता के हाथों में हमने साैंपी है.
गांधी परिवार के दामाद राबर्ट वाड्रा भी राजनीति में आना चाहते हैं. बिजनेस मैन वाड्रा भारतीय राजनीति को भी बिजनेस के नजरिए से देख रहे हैं. नेता बनने की इच्छा उनके मन में हिलोरे ले रही हैं. कांग्रेस एतिहासिक जर्जर इमारत समान है. 2024 के चुनाव के बाद यह एतिहासिक इमारत ढह जाएगी. कांग्रेस के साथ गठबंधन में वही लोग है, जिन्होंने बाबासाहब को पहले लोक सभा में, फिर उपचुनाव में हराया और उन्हें मंत्री बनने से रोका था. लेकिन हमारी केंद्र सरकार ने बाबासाहब जहां-जहां गए उन क्षेत्रों को 5 तिर्थक्षेत्र के रूप में विकसित कर रही है.शर्मा ने कहाँ की प्रधानमंत्री मोदी के लिए केवल चार जातियां है. इनमें युवा, महिला, किसान, गरीबी इन चार जातियों के अलावा कोई जाति नहीं है. इस देश को मजबूत बनाने के लिए युवाओं को रोजगार, महिलाओं को सबलीकरण, किसानों की आय को दोगुना करना और देश से गरीबी हटाने का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है.