Wardha वर्धा 6 दिसम्बर
रोटी, बिलखती, परेशान महिला को उसे समय राहत मिली जब उपविभागीय पुलिस अधिकारी वंदना कारखेले के हाथों उसे खोई हुई पर्स मिल गई।
सबसे ज्यादा राहत देने वाली बात यह थी कि दो ईमानदार यूको ने पूरी ईमानदारी के साथ वह डेढ़ लाख रुपए के आभूषण वाली पर्स डीपीओ वंदना को सौंप थी ।
पुलगांव निवासी महेश पनपालिया और विकास मुंजेवार 6 दिसंबर 2025 – कृषि उत्पादन मंडी के पास से जा रहे थे । तब उन्हें एक पोटली में बांधी पर्स मिली। खोल कर देखा तो उसमें
उस पर्स में सोने की ज्वेलरी, नकद 400 रुपये और मोबाइल था, जिनकी कुल कीमत लगभग 1,50,000 (डेढ़ लाख) रुपये थे।
आभूषण के साथ पर्स में मोबाइल भी था । जिससे महेश ने सोचा कि यह आभूषण जिसके भी होंगे वह अपने नंबर पर फोन जरूर करेगा। ठीक 1 घंटे बाद हुआ भी वैसा ही महेश और मुंजेवार को मिले मोबाइल पर एक महिला ने फोन करके पूछा कि यह मोबाइल उसका है और साथ में कुछ आभूषण भी थे। इतना कह कर वह महिला जोर से रोने लगी। लेकिन महेश पनपालिया ने महिला को आश्वासन किया कि उसके आभूषण सुरक्षित है और वह शीघ्र लौटा देगा।
दोपहर में जब महेश और मुंजेवार पुलगांव पहुंचे तो उन्होंने उपविभागीय पुलिस अधिकारी वंदन कारखेले से संपर्क किया। रुपए और आभूषण की बाग उन्होंने उपविभागीय अधिकारी को सौंप दी और महिला से संपर्क करके उन्हें तुरंत पुलिस स्टेशन बुलाकर डेढ़ लाख रुपए के आभूषण और मोबाइल वाली पर्स लौट आई।
दोनों यूको की ईमानदारी की पुलगांव में सर्वत्र सराहना की जा रही है। खोई हुई पर्स नाचनगांव निवासी शीतल लक्ष्मण बोरकर की थी शीतल ने बताया कि आज सुबह वह जब अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर कृषि उत्पन्न बाजार समिति के पास से आ रही थी इस दरबार यह पर्स कहीं खो गई थी घर लौटने पर उसे ध्यान में आया कि सोने के आभूषणों वाली पर्स उसकी कहीं खो गई है साथ में मोबाइल भी रखा था ।
लेकिन कोई हुई पर्स ईश्वर के दूत महेश और मुंजेवार वह को मिली जिसके चलते उसे यह खोया हुआ धन वापस मिल सका है। पुलिस उप विभागीय कार्यालय और पुलगांव पुलिस स्टेशन ने महेश पनपालिया और विकास मुझे वार के ईमानदारी की तारीफ की है।
