- घायल युवकों की अस्पताल पहुंचाया
- डॉक्टर को किया अलर्ट
- नागपुर के अस्पताल भेजा
Wardha वर्धा 1 जनवरी :
सडक पर हादसे के बाद अक्सर लोग मदद के बजाय नजरअंदाज कर आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन पूर्व सांसद रामदास तडस ने इस धारणा को तोड़ते हुए एक मिसाल पेश की। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यक्रम की परवाह किए बिना घायल युवक की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।
घटना का विवरण
पूर्व सांसद रामदास तडस और उनके निजी सहायक विपिन पिसे बीजेपी के एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। रास्ते में धोत्रा फाटे के पास उन्होंने देखा कि एक युवक खून से लथपथ सड़क किनारे पड़ा हुआ है। युवक की बाइक संभवतः एक ढाबे पर खड़े ट्रक से टकराई थी।
तत्काल सहायता
युवक की गंभीर हालत देखकर तडस ने तुरंत अपने सहायक को मदद के लिए भेजा। उन्होंने स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को घटना की सूचना दी, लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची। ऐसे में तडस ने अपनी गाड़ी में घायल युवक को लिटाकर पास के हिंगनघाट ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में भी सक्रिय भूमिका
अस्पताल में स्टाफ समय पर मौजूद नहीं था, जिससे तडस ने खुद घायल युवक को स्ट्रेचर पर डालकर इलाज के लिए अंदर पहुंचाया। डॉक्टर भी यह देखकर हैरान रह गए कि मदद करने वाले व्यक्ति स्वयं एक पूर्व सांसद हैं।
नागपुर रेफर और बेहतर इलाज का इंतजाम
डॉक्टरों ने बताया कि युवक की हालत गंभीर है और उसे बेहतर इलाज के लिए नागपुर भेजना होगा। तडस ने नागपुर के एक निजी अस्पताल में फोन कर पहले से ही इंतजाम करवाया। घायल युवक की पहचान प्रज्वल ढगे के रूप में हुई, जो मजदूरी का काम करता है और दुर्घटना के समय घर लौट रहा था।
तडस की संवेदनशीलता की तारीफ
इस मानवीय पहल के दौरान तडस और उनके साथियों के सफेद कपड़े खून से लाल हो गए। उनकी त्वरित और सक्रिय मदद ने युवक की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉक्टरों ने बताया कि अगर तडस समय पर पहल नहीं करते, तो युवक की जान बचाना मुश्किल हो सकता था।
निष्कर्ष
पूर्व सांसद रामदास तडस का यह कदम दिखाता है कि समाज के हर व्यक्ति को जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। उनकी त्वरित कार्रवाई से एक गंभीर रूप से घायल युवक को समय पर इलाज मिला, जो आज उसके जीवन को बचाने का कारण बना।
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