- नाना, नातिन 48 घंटे से नहीं मिले
- वर्धा नदी में महिला, पुरुष बहे
- पुल के गडढे से बाइक अनियंत्रित
- बाइक सहित नदी में गिरे
Wardha वर्धा 2 अगस्त :
वर्धा जिले में बाढ और बारिश के कारण नागरिक लगातार मुसीबत झेल रहे हैं. हिंगणघाट तहसील के चानकी कोरडे निवासी नाना और नातिन बाढ में बह गए थे. उनका 48 घंटे से पता नहीं चला है,इस बीच पुलगांव में वर्धा नदी के पुल से बाइक सहित एक आदमी और एक औरत बह गए. वर्धा नदी में बहे दोनों की खोज के लिए बचाव दल आष्टी तक जाकर आ चुका है.
बाढ़ में बहे नाना और नातिन का 48 घंटे बाद भी पता नहीं चला है. जिले में लगातार बारिश होने के कारण नदी- नाले उफान पर हैं. उनकी खोजबीन में एन डी ए आर एफ की टीम जुटी हुई है. बाढ़ के पानी में लाला सुरपाम और उनकी नातिन नायरा साठोेने (9) साप्ताहिक बाजार से आते समय बह गए थे. दोनों की खोजबीन के लिए नागपुर की टीम आई है, लेकिन बारिश के चलते सर्च आपरेशन प्रभावित हो रहा है.
वर्धा जिले में मूसलाधार बारिश के चलते पुलगांव में वर्धा नदी के छोटे पुल पर एक गंभीर हादसा हुआ। गड्ढों के कारण बाइक अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई, जिससे बाइक पर सवार महिला और पुरुष पानी में बह गए। यह घटना आज सुबह लगभग 10 बजे हुई।
दोनों लाल रंग की बाइक से अमरावती जिले के विटाला गांव की ओर जा रहे थे। वे दोनों लाल रंग की बाइक से अमरावती जिले के विटाला गांव की ओर जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी पुरुषोत्तम भगत ने उन्हें नदी में गिरते और कुछ दूरी तक बहकर जाते हुए देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही घटनास्थल पर वर्धा से आपदा प्रबंधन दल खोज अभियान के लिए पहुंचा। टीम ने नदी किनारे होते हुए दोनों की आष्टी तक खोजबीन की लेकिन इस दाैरान दो बार मूसलाधार बारिश होने से अभियान को बीच में रोकना पड़ा।
बता दें कि यह पुल दो वर्षों से लोक निर्माण विभाग ने यातायात के लिए बंद किया हुआ है।
नए पुल के लिए लोक निर्माण विभाग ने प्रस्ताव और डिज़ाइन तैयार करके 35 करोड़ रुपयों की मांग भी की है, लेकिन अबतक बजट में राशि मंजूर नहीं हुई है।
