- बाजार से लाैट रहे थे घर
- नाला पार करते समय हादसा
- नाले पर था बाढ का पानी
- पानी का अनुमान नहीं रहने से बाढ में बहे
- खोजबीन में जुटा प्रशासन
Wardha वर्धा 1 अगस्त
हिंगणघाट तहसील के चानकी गांव में एक दर्दनाक घटना घटी, जब नाले पर से पुलिया पार करते समय एक नाना और उसकी नातिन बाढ़ में बह गए। यह हादसा शनिवार शाम को हुआ, जब 55 वर्षीय लाला सुरपाम और उसकी 9 वर्षीय नातिन नायरा साठोने साप्ताहिक बाजार से घर लौट रहे थे। हिंगणघाट तहसील के कानगांव में हर शनिवार को बाजार लगता है, और वे इसी बाजार से वापस आ रहे थे।
शनिवार शाम 6 बजे के बाद क्षेत्र में जोरदार बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण नदी-नालों में बाढ़ आ गई। इस बाढ़ से चानकी गांव के नाले पर स्थित पुलिया, जो पहले से ही क्षतिग्रस्त थी, और भी कमजोर हो गई। पुलिया की मरम्मत के लिए नागरिकों की बार-बार की मांग के बावजूद प्रशासन ने इसे नजरअंदाज किया था। पुलिया की ऊंचाई भी कम थी, जिससे बाढ़ के दौरान स्थिति और भी खतरनाक हो गई। जब लाला सुरपाम और नायरा साठोने इस पुलिया को पार कर रहे थे, तभी दोनों बाढ़ की तेज धारा में बह गए।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव के नागरिकों ने विधायक रणजीत कांबले को सूचित किया, जिन्होंने तत्काल प्रशासन को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) घटनास्थल पर पहुंची और खोज अभियान शुरू किया। हालांकि, घटना के 18 घंटे बीत जाने के बाद भी नाना और नातिन का कोई पता नहीं चल पाया है। खोज अभियान अब भी जारी है, और पूरे गांव में घटना को लेकर चिंता का माहौल है। प्रशासन की लापरवाही और पुलिया की मरम्मत न होने से नागरिकों में नाराजगी भी है।