- जिलाधिकारी ने कहा ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा
- अनेक स्वास्थ्य सुविधाओं वाला जिला बना वर्धा
- अंगप्रत्यारोपण मैं भी जाऊंगी अस्पताल आगे
Wardha वर्धा 22 जून : सावंगी जैसे एक गाँव में स्वास्थ्य की सभी अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध होना महत्वपूर्ण बात है। केवल महानगरों में उपलब्ध टेस्ट ट्यूब प्रक्रिया यहाँ की जा रही है। लेकिन अब वही सुविधा वर्धा में उपलब्ध होगी, यह स्वास्थ्य सेवा में एक मिल का पत्थर साबित होगी।।
खास बात यह है कि महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना का सबसे अधिक लाभ देने वाला यह अस्पताल महाराष्ट्र में अग्रणी है, ऐसा गौरवपूर्ण वक्तव्य जिलाधिकारी राहुल कर्डिले ने आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल के नवनिर्मित टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर दिया।
मेघे समूह की ट्रस्टी शालिनीताई मेघे के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित इस उद्घाटन समारोह के अध्यक्ष दत्ता मेघे उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललितभूषण वाघमारे थे।
इस अवसर पर, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. गौरवकुमार मिश्रा, विशेष कार्य अधिकारी डॉ. अभ्युदय मेघे, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर महाकालकर, आईवीएफ सेंटर की निदेशक डॉ. दीप्ति श्रीवास्तव, अभिमत विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. श्वेता काले पिसूलकर, कार्यकारी निदेशक डॉ. तृप्ति वाघमारे, स्त्रीरोग विभाग की प्रमुख डॉ. नीमा आचार्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में 325वें टेस्ट ट्यूब बच्चे और उसकी मां का अतिथियों के हाथों बेबी किट देकर सम्मान किया गया।
सावंगी मेघे अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरणों के कारण आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया की सफलता की दर संतोषजनक है। पिछले आठ वर्षों में इस अस्पताल में 325 टेस्ट ट्यूब बेबी जन्मे हैं और इन बच्चों को जन्म देने वाली माताएं ग्रामीण क्षेत्र और सामान्य परिवारों की हैं।
कई जोड़े वैवाहिक जीवन के लगभग 13 से 17 वर्षों के इंतजार के बाद संतान सुख का आनंद ले रहे हैं, ऐसा डॉ. दीप्ति श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा।
इस कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. शीतल थूल, डॉ. जारुल श्रीवास्तव, डॉ. आकाश मोरे, नम्रता अंजनकर, लाखी बिस्वास, प्रशासनिक अधिकारी राजेश सव्वालाखे, सुरेंद्र यादव, रंजना दिवे, मिलिंद आगलावे का सहयोग मिला।