- भीम आर्मी ने साैंपा सीओ को ज्ञापन
- तहसीलदार से मिले पदाधिकारी
- 1 जुलाई से दी आंदोलन की चेतावनी
- बढाए गए टैक्स को लेकर नागरिकों में नाराजगी
Pulgav पुलगांव 19 जून : पुलगांव नगर परिषद ने वर्ष 2024-25 से 2027-28 तक के लिए संपत्ति धारकों को बढ़े हुए संपत्ति कर के बिल जारी किए हैं, जिसे भीम आर्मी ने अन्यायपूर्ण करार दिया है। इस वृद्धि को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए, भीम आर्मी ने नगर परिषद के मुख्याधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। अगर इस पर गौर नहीं किया गया, तो 1 जुलाई से आमरण अनशन की चेतावनी भी दी गई है।
भीम आर्मी का कहना है कि पुलगांव एक अविकसित शहर है जहां बड़े पैमाने पर बेरोजगारी है और आर्थिक मंदी छाई हुई है। ऐसे में बढ़े हुए संपत्ति कर का बोझ नागरिकों के लिए असहनीय है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र नगर परिषद, नगर पंचायत व औद्योगिक नगरी अधिनियम 1965 की धारा 105(2) के अनुसार, नगर परिषद को अलग-अलग प्रवर्ग के लिए टैक्स की दरें निर्धारित करनी चाहिए थीं, जो कि नहीं किया गया।
भीम आर्मी ने आरोप लगाया कि नगर परिषद सार्वजनिक संपत्ति का दुरुपयोग कर रही है और नागरिकों और व्यापारियों का आर्थिक शोषण कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बढ़े हुए टैक्स और दंडनीय ब्याज के जरिए नागरिकों को मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है। अगर नगर परिषद ने इस अन्यायपूर्ण टैक्स को वापस नहीं लिया, तो पुलगांववासियों द्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा।
इस ज्ञापन के साथ पुलगांव नगर परिषद, उपविभागीय पुलिस अधिकारी कार्यालय, पुलगांव पुलिस थाना, और तहसील कार्यालय को भी सूचित किया गया है। ज्ञापन देने के दौरान भीम आर्मी विदर्भ प्रमुख अंकुश कोचे के नेतृत्व में शेख मोहम्मद, शब्बीर खान, मोहन कोरिया, गुलाब पठान, प्रभु वनकर, अनील बत्रा, ओम पंजवानी, धर्मेंद्र अंबादे, ज्योति नगराडे, यश बोरकर, शाहरूख सैयद, और प्रशांत कोचे आदि उपस्थित थे।
पुलगांव नगर परिषद द्वारा जारी किए गए बढ़े हुए संपत्ति कर को रद्द करने की मांग अब जोर पकड़ रही है, और अगर प्रशासन ने समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं की, तो शहर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की संभावना है।
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