- आनलाइन जुए में हारे थे रुपए
- रुपयों की लाचल में की चोरी
- यात्री की बैग पर हाथ साफ
- चंद घटों में पकड़ाए चोर
wardha वर्धा 29 मई : रुपयों की लालच में नाबालिगाें के माथे पर चोरी का कलंक लगा दिया। मजदूर माता पिता बच्चों की नामसमझी पर माैन हैं। मामला यूं है कि रुपए बच्चों ने पहले जुआ खेला, फिर रुपए गंवा और गंवाए हुए रुपयों की क्षतिपूर्ति निकालने के लिए चोरी की।
दोनों भी नाबालिग आरोपी हिरासत में है। यह कार्रवाई थानेदार संतोष शेगावकर के मार्गदर्शन में पुलिस कर्मचारी पुलिस नायक प्रमोद थूल, सचिन भारशंकर, प्रमोद जाधव, निलेश पेटकर, नितेश मैदपवार ने की।
वर्धा जिले के हिंगणघाट के माता मंदिर वार्ड निवासी संजय कारेकार खेती के काम से समुद्रपुर गए थे। समुद्रपुर में अपना काम पूरा करने के बाद वे 12।30 बजे बस स्टाप पर पहुंचे, ताकि बस पकड़कर हिगणघाट लाैट सके। बस की रात देखते समय अचानक उनकी बैग गायब हो गई। बैग में 55 हजार रुपए का माल था। संजय कारेकार ने समुद्रपुर में चोरी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने केस दर्ज करके छानबीन शुरू की।
थानेदार संतोष शेगावकर ने दो टीम बनाई ताकि आरोपी शीघ्र पकड़े जा सके। लेकिन पुलिस के हाथ जब चोर लगे, तो पुलिस को भी आश्चर्य हुआ। क्योंकि नामचीन चोरों की बजाय पुलिस ने दो नाबालिगों को हिरासत में लिया था। दोनों नाबालिगों से पूछताछ की, तब उन्हाेंने बताया कि दोनों नाबालिग के माता पिता मजदूर है।
एक आरोपी समुद्रपुर में अपने मामा के पास रहता है। 11वीं कक्षा में पढ रहा है। साथ ही अपनी पढाई का खर्च निकालने के लिए वह एक दुकान पर नाैकर भी है, जबकि दूसरा नाबालिग भी दुकान में काम करता है।
वह भी अपनी पढाई कर रहा है। पढने लिखने वाले इन बच्चों को पैसा कमाने के लिए जुआ खेलने की लत लग गई। जुए में पैसा हारने के कारण उन्होंने बस स्टाप से बैग पर हाथ साफ कर दिया। लेकिन दोनों नाबालिग 24 घंटे के भीतर ही पुलिस के हाथ लग गए।
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