- क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई
- सेलू थानाक्षेत्र में अभियान
wardha वर्धा 15 नवंबर :
स्थानीय अपराध शाखा, वर्धा ने 14 नवंबर 2024 को दो अवैध शराब भट्टियों का भंडाफोड़ करते हुए 10,13,000 रुपये मूल्य का शराब सामग्री जब्त किया। यह कार्रवाई चुनावी आचार संहिता के दौरान पुलिस द्वारा शराब के अवैध कारोबार पर कड़ी नजर रखते हुए की गई।
स्थानीय अपराध शाखा की पेट्रोलिंग टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने पंछ और अन्य स्टाफ के साथ सुकली स्टेशन, सेलू के निवासी आरोपी प्रविण आत्माराम थूल के मौजा सुकली स्टेशन सेलू शिवार में स्थित अवैध शराब भट्टी पर छापा मारा। पुलिस को देखकर आरोपी फरार हो गया। मौके से पुलिस ने जब्त किया: आरोपी के यहां से निम्नलिखित माल जब्त हुआ ।
- 35 प्लास्टिक ड्रमों में 100 लीटर प्रति ड्रम के हिसाब से 3,500 लीटर कच्चा मोहा (सड़वा रसायन), जिसकी कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से **3,50,000 रुपये।
- 35 प्लास्टिक ड्रम की कीमत **17,500 रुपये।
- 10 लोहे के भट्टी ड्रम की कीमत **10,000 रुपये।
- अन्य संबंधित सामग्री की कीमत **5,000 रुपये।
इस प्रकार कुल 3,82,500 रुपये मूल्य का सामान जब्त किया गया।
दूसरे आरोपी के खिलाफ कार्रवाई:
इसके बाद पुलिस ने शुभम पिंपले, निवासी शिवणगाव, सेलू के घर पर भी छापा मारा, जो कि मौजा शिवणगाव, सेलू शिवार में अवैध शराब भट्टी चला रहा था। जैसे ही पुलिस की गश्त की भनक लगी, वह फरार हो गया। मौके से जब्त किया गया: इस आरोपी के पास से निम्नलिखित माल जब्त हुआ।
- 30 लोहे के ड्रमों में प्रत्येक में 200 लीटर कच्चा मोहा (सड़वा रसायन), जिसकी अनुमानित मात्रा 6,000 लीटर थी, जिसकी कीमत 6,00,000 रुपये।
- 30 लोहे के ड्रमों की कीमत **30,000 रुपये।
इस प्रकार कुल 6,30,000 रुपये मूल्य का सामान जब्त किया गया।
कुल मिलाकर:
दोनों स्थानों से 10,13,000 रुपये** मूल्य का शराब सामग्री नष्ट किया गया और आरोपियों के खिलाफ पो. स्टे. सेलू में महाराष्ट्र मद्यबंदी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।
यह कार्रवाई श्री अनुराग जैन, पुलिस अधीक्षक वर्धा, और श्री सागर कवड़े, अपर पुलिस अधीक्षक वर्धा के निर्देशों के तहत की गई। इस ऑपरेशन में पुलिस अमलदार गजानन लामसे, चंद्रकांत बुरंगे, नरेन्द्र पाराशर, भूषण नीघोट, मनीष कांबले, संघर्ष कांबले, अमोल नगराले, सागर भोसले, नितिन इतकर, मिथुन जीचकार, मंगेश आदे, और दीपक साठे सहित स्थानीय अपराध शाखा के कर्मियों का योगदान रहा।