- वर्धा जिले में 37 करोड़ रुपए की मदद
- 40 हजार किसानो को लाभ
- आपदा से हुआ नुकसान
Wardha वर्धा 24 जुलाई : जुलाई से अगस्त 2023 के बीच हुई प्राकृतिक आपदाओं के कारण वर्धा जिले के 40,863 किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मूसलाधार बारिश और बाढ़ से किसानों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं, जिससे वे गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे थे। ऐसे समय में भाजपा नेता सुमित वानखेड़े ने किसानों की मदद के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीजेपी नेता ने आखिर सरकार से 37 करोड़ खींच लाई है।
वानखेड़े ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लिया और तत्काल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और जिले के पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार से मुलाकात कर सहायता की मांग की। विशेष रूप से कारंजा अष्टि शहिद और आर्वी तहसील के किसानों की स्थिति बेहद चिंताजनक थी, जहां बाढ़ के कारण खेतों में खड़ी फसलें बह गई थीं। वानखेड़े ने इन तहसीलों के 4,370 किसानों के लिए तुरंत राहत की मांग की, जो इस प्राकृतिक आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुए थे।
वानखेड़े के लगातार प्रयासों के बाद, सरकार ने जिले के किसानों के लिए 37 करोड़ रुपये की सहायता निधि मंजूर की। इस निधि से जिले के 40 हजार से अधिक किसानों को राहत मिलेगी, जिसमें कारंजा और आर्वी तहसील के किसानों को विशेष रूप से लाभ होगा। यह राशि किसानों के आर्थिक संकट को कम करने और उन्हें नई शुरुआत करने में मदद करेगी।
इस दौरान वानखेड़े ने क्षेत्र का दौरा कर किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने फसल बर्बादी और आर्थिक नुकसान की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और फिर इस मुद्दे को सरकार के सामने प्रभावी ढंग से रखा। उनके द्वारा सौंपे गए ज्ञापन के बाद, पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और किसानों को राहत पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त किया।
इस 37 करोड़ रुपये की सहायता से वर्धा जिले के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी, खासकर वे किसान जो फसल बर्बाद होने से आर्थिक संकट का सामना कर रहे थे। सुमित वानखेड़े के इन प्रयासों से किसानों को आर्थिक संकट से उबरने और भविष्य में अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने में मदद मिलेगी।