बनाया फर्जी प्रमाण पत्र

  • सरकारी योजना का लाभ पाने के लिए बनाया
  • सेतु केंद्र के संचालक ने की गड़बड़ी
  • एक कर्मचारी ने पकड़ा मामला
  • 21 हजार के आय प्रमाण पत्र पर जाली सही

Wardha वर्धा : नायब तहसीलदार साहब चुनावी काम में व्यवस्त थे। इधर 60 किमी दूर धड़ल्ले से उनके डीजिटल हस्ताक्षर से आयप्रमाणपत्र रेवडी की तरह बंट रहे थे। लेकिन एक कर्मचारी की सतर्कता से मामला पकड़ा गया।


18 अप्रैल 2024 को हिंगणघाट तहसील कार्यालय में सेतु लिपिक चंद्रकांत झाडे आय के प्रमाणपत्रों की जांच रहे थे। तब उन्हें निराधार योजना की आवेदनकर्ता सुलोचना गवली और बंडू गावतुरे के 21 हजार रुपए के आय प्रमाणपत्र फर्जी नजर आए। झाडे ने इस संबंध में नायब तहसीलदार ( संजय गांधी निराधार योजना) संजय काटपातल से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे 18 मार्च से 28 अप्रैल तक चुनावी काम में व्यस्त थे। 29 अप्रैल को उन्होंने पूर्ववत तहसील कार्यालय का कामकाज संभाला।


ऐसे में किसी भी आय प्रमाणपत्र पर डिजीटल हस्ताक्षर करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। तकनीकी जांच में ध्यान में आया कि किसी ने फर्जी तरीके से डीजीटल हस्ताक्षर करके प्रमाणपत्र पर फर्जी तरीके से हस्ताक्षर किए है। नायब तहसीलदार ने बंडू गावतुरे और शुभांगी गंधे को आय प्रमाणपत्र के लिए जमा किए गए मूल दस्तावेज के साथ कार्यालय में उपस्थित रहने के आदेश दिए थे।

साथ ही सूलोचना गवली, शुभंगी गंधे को फिर से 19 अप्रैल को तहसील कार्यालय में बुलाया गया था। पत्र मिलने के बाद बंडू गावतुर नायब तहसीलदार के सामने उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि सेतु केंद्र संचालक शुभांगी गंधे के सेतु केंद्र से उन्होंने आनलाइन आवेदन किया था।

साथ ही आशंका जताई कि सेतु केंद्र संचालक ने ही प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ की होगी। सेतु केंद संचालक गंधे बार बार बुलाने के बाद भी तहसील कार्यालय में उपस्थित नहीं हुई। आखिर फर्जी तरीके से नायब तहसीलदार के हस्ताक्षर करने के आरोप में गिरड पुलिस में गंधे के खिलाफ केस दर्ज किया है।

इससे पहले वर्धा शहर में भी ठीक जिलाधिकारी कार्यालय के पास में ही इसी प्रकार का फर्जीवाड़ा चल रहा था. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करके लाइन से लगी फर्जीवाड़े की दुकानों को हटाया था. अधिकारियों की ओर से इस पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. क्योंकि केंद्र संचालक अपनी सेवा देते देते अधिक रुपयों की लालच में शासन के साथ ही फर्जीवाड़ा करने पर तुले हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!