- ट्रेन में मोबाइल खोया, शिकायत करना आसान
- F I R नहीं कराना तो ceir आएगा काम
- उत्तर-पूर्व रेलवे (NFR) में एक पायलट प्रोजेक्ट
Nagpur नागपुर, 3 अप्रैल
अगर आपका मोबाइल फोन ट्रेन यात्रा के दौरान खो गया है, तो चिंता की कोई बात नहीं! रेलवे सुरक्षा बल (RPF) अब दूरसंचार विभाग के सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) पोर्टल के जरिए खोए हुए मोबाइल फोन को ढूंढ़ निकालेगा। उत्तर-पूर्व रेलवे (NFR) में एक पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद भारतीय रेलवे ने इसे पूरे देश में लागू करने का निर्णय लिया है। इससे करोड़ों रेल यात्रियों को फायदा होगा और उनके खोए हुए मोबाइल फोन की रिकवरी संभव होगी।
कैसे मिलेगा आपका खोया हुआ मोबाइल?
रेलवे यात्रियों के लिए अपना गुम हुआ मोबाइल RPF रेल मदद ऐप या 139 हेल्पलाइन नंबर पर रिपोर्ट करना होगा।
एफआईआर दर्ज नहीं कराना चाहते? सीईआईआर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
रेलवे सुरक्षा बल की साइबर सेल सीईआईआर पोर्टल पर आपका केस दर्ज करेगी। आपका डिवाइस ब्लॉक कर दिया जाएगा, जिससे उसका अवैध उपयोग रोका जा सके।
अगर नई सिम के साथ फोन ट्रैक होता है?
उपयोगकर्ता को निकटतम आरपीएफ पोस्ट पर फोन लौटाने के निर्देश दिए जाएंगे। सही दस्तावेज दिखाने के बाद मालिक को फोन वापस मिलेगा।
अगर कोई फोन वापस नहीं करता, तो RPF एफआईआर दर्ज कर सकती है और जिला पुलिस को मामला सौंपा जाएगा।
फोन मिलने के बाद अनब्लॉक कैसे करें? सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से रिक्वेस्ट डालें।
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा:
“दूरसंचार विभाग के साथ यह साझेदारी रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम है। डिजिटल तकनीक के उपयोग से हम यात्रियों के खोए हुए मोबाइल फोन को जल्द से जल्द खोज सकेंगे। यह पहल रेलवे सुरक्षा बल की क्षमताओं को और मजबूत करेगी।”
CEIR पोर्टल, दूरसंचार विभाग द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक प्रणाली है, जो खोए हुए और चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक और ब्लॉक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। RPF इस तकनीक का उपयोग कर मोबाइल फोन के IMEI नंबर को ब्लॉक कर उन्हें निष्क्रिय कर सकेगा, जिससे चोरी किए गए डिवाइस का पुनर्विक्रय और अवैध उपयोग रोकने में मदद मिलेगी।
“ऑपरेशन अमानत” और CEIR से कैसे बदलेगी तस्वीर?
RPF पहले से ही “ऑपरेशन अमानत” चला रहा है, जिसके तहत यात्रियों की खोई हुई वस्तुओं को वापस लौटाया जाता है। जनवरी 2024 से फरवरी 2025 के बीच: 84.03 करोड़ रुपये की खोई हुई वस्तुएं बरामद की गईं।
1.15 लाख यात्रियों को उनका सामान लौटाया गया।
अब CEIR पोर्टल के एकीकरण से रेलवे सुरक्षा बल की मोबाइल रिकवरी क्षमता और मजबूत हो जाएगी।
उत्तर-पूर्व रेलवे में सफलता के बाद पूरे देश में विस्तार
मई 2024 में, नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) में CEIR पोर्टल का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। कई खोए हुए मोबाइल फोन सफलतापूर्वक बरामद किए गए।
मोबाइल चोरी में शामिल अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया।
पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद, अब यह पहल पूरे भारत में लागू की जा रही है।
रेल यात्रियों को होगा जबरदस्त फायदा!
ट्रेन में खोए मोबाइल को ट्रैक करना आसान होगा।
चोरी और पुनर्विक्रय की संभावना खत्म होगी।
यात्रियों को उनकी कीमती वस्तुएं सुरक्षित वापस मिलेंगी।
अब ट्रेन में खोया मोबाइल वापस पाना हुआ आसान!
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