- वर्धा में पीएम विश्वकर्मा योजना की वर्षपूर्ति का समारोह
- अमरावती में पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क का भूमिपूजन
- महाराष्ट्र में 1,000 आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्रों का उद्घाटन
- पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर महिला स्टार्टअप योजना का शुभारंभ
- ग्रामीण कारीगरों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का शुभारंभ
Wardha वर्धा, 20 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक कौशल को नई दिशा देने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह योजना भारत के हजारों वर्षों के पारंपरिक कौशल का उपयोग कर विकसित भारत के सपने को साकार करने का रोडमैप है। इस योजना से विशेष रूप से अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के कारीगरों को लाभ मिलेगा, जो देश की आर्थिक आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा बन सकते हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र में किसानों की बहुआयामी प्रगति सुनिश्चित की जाएगी। (PM modi visit wardha)
वर्धा के स्वावलंबी मैदान में आयोजित इस समारोह में राज्यपाल डॉ. सी.पी. राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, जयंत चौधरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने अमरावती में पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क का ई-भूमिपूजन किया, साथ ही राज्य की दो महत्वपूर्ण योजनाओं- आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र और पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर महिला स्टार्टअप योजना का शुभारंभ भी किया।
प्रधानमंत्री का वक्तव्य:
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्धा को महात्मा गांधी और विनोबा भावे की कर्मभूमि बताते हुए कहा कि यह योजना केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि भारत के पारंपरिक कौशल का पुनरुत्थान है। उन्होंने कहा कि भारत की समृद्धि में पारंपरिक कौशल जैसे कपड़ा उद्योग, मूर्तिकला, धातुकर्म और इंजीनियरिंग का विशेष योगदान रहा है, लेकिन औपनिवेशिक काल में इनका विनाश किया गया।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत देशभर के 8 लाख से अधिक कारीगरों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया है। अकेले महाराष्ट्र के 60,000 से अधिक कारीगर इससे लाभान्वित हुए हैं। साढ़े छह लाख कारीगरों को आधुनिक उपकरण दिए गए हैं। मोदी ने उम्मीद जताई कि कारीगर ‘सप्लाई चेन’ का हिस्सा बनकर भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे।
महाराष्ट्र के औद्योगिक विकास में टेक्सटाइल उद्योग की अहम भूमिका
प्रधानमंत्री ने विदर्भ के कपास उत्पादन क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि पहले किसानों की उपेक्षा की गई थी, लेकिन अब टेक्सटाइल पार्क से कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। अमरावती में बन रहे पीएम मित्र पार्क में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिससे 1 लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘फार्म टू फायबर, फायबर टू फैब्रिक, फैब्रिक टू फैशन और फैशन टू फॉरेन’ के जरिए विदर्भ से कपड़ा निर्यात कर किसानों को समृद्ध बनाया जाएगा। इसके साथ ही सिंचाई योजनाओं के जरिए विदर्भ में 10 लाख एकड़ भूमि को सिंचित करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना से राज्य के पारंपरिक कारीगरों और गरीब तबके के लोगों को आर्थिक प्रगति का अवसर मिलेगा। इससे स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार में लाने में मदद मिलेगी और कपड़ा उद्योग को नई दिशा मिलेगी।