- Sp ने भेजी सीआईयू टीम
- जब्त किए गए वाहन, रेती
- इन पर दर्ज किए गए मामले
- जब्त माल पुलिस के हवाले
wardha वर्धा 26 मई : रेती माफियाओं के लिए पुलिस अधीक्षक काल बन चुके हैं। एसपी नुरुल हसन ने चार दिन पहले ही दो रेती घाट पर रात तीन बजे छापा मारा था। 2 करोड़ 60 लाख का माल जब्त था। यह दहशत अभी खत्म होने की थी। इसी बीच 25 मई को एक बार फिर से वणा नदी घाट पर छापा मारा। 25 लाख 30 हजार रुपए का माल जब्त किया है।
Sp ने भेजी सीआईयू टीम
पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि वणा नदी के बोरगांव घाट पर रेती चोरी हो रही है। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन ने सीआईयू टीम को माैके पर भेजा। सीआईयू दल ने मौके से 5 ट्रैक्टर व 5 ब्रास रेत सहित कुल 25 लाख 30 हजार रुपयों का माल बरामद किया। इस मामले में 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। लगातार हो रही कार्रवाई के कारण रेत माफियायों में हड़कंप है।
जब्त किए गए वाहन, रेती
बोरगांव घाट पर सीआईयू दल ने छापा मारा। पुलिस को देख रेत माफियाओं में खलबली मच गई। पूछताछ में पता चला कि बिना अनुमति के रेत का उत्खनन व दुलाई हो रही थी। पुलिस ने मौके से ट्रैक्टर क्रमांक एमएच 32 ए 1692, ट्रॉली और 1 ब्रास रेत, ट्रैक्टर क्रमांक एमएच 29 सी 6988,ट्राली व 2 ब्रास रेत, ट्रैक्टर क्रमांक एमच 32 पी 4037, ट्राली व 1 ब्रास रेत, ट्रैक्टर क्रमांक एमएच 32 ए 7582, ट्रॉली व 1 ब्रास रेत तथा ट्रैक्टर क्रमांक एमएच 32 ए 1556 व ट्रॉली व 1 ब्रास रेत सहित 25 लाख 30 हजार रुपयों का माल जब्त किया है।
इन पर दर्ज किए गए मामले
हिंगनघाट निवासी मनोज कोल्हारे (32), पिंपलगांव निवासी दीपक मोकलकर (31), हिंगनघाट निवासी राजेंद्र पडोले (40), पिंपलगांव निवासी सुनील कुर्हाडकर (26), सुधीर फटिंग (40) सहित वाहनों के मालिक नीलेश ठोंबरे व मनोज सायंकर पर मामला दर्ज किया है।
जब्त माल पुलिस के हवाले
पकड़े गए आरोपी व जब्त माल हिंगनघाट पुलिस के हवाले कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन, अपर पुलिस अधीक्षक डा। सागर कवडे, एलसीबी पीआई संजय गायकवाड के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक मंगेश भोयर, पुलिस कर्मी रोशन निंबोलकर, सागर भोसले, कैलाश वालदे, प्रदीप कुचनकर, सुगम चौधरी, शुभम बहादुरे व सहकर्मियों ने अंजाम दिया।
लगातार कार्रवाईयां
जिले में पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन ने रेती माफियाओं के विरोध में मोर्चा खाेल रखा है. पूरे साल भर में जितनी कार्रवाई राजस्व विभाग की ओर से नहीं की गई है. उससे कई ज्यादा कार्रवाई पुलिस अधीक्षक ने जिले में रेती माफियाओं पर की है. इस कार्रवाई रेती माफियाओं में दहशत का माहाैल है ।