16 घंटे बचे, महाराष्ट्र की वर्धा सीट पर दोहरी भिड़ंत

  • वर्धा, अमरावती, यवतमाल में 26 को मतदान
  • 1997 मतदान केंद्र तैयार,
  • 11 हजार 215 कर्मचारी तैनात
  • बीजेपी के तड़स और राकापा शरद गुट के काले
  • सभी दलों ने झोकी ताकत

wardha वर्धा : वर्धा संसदीय क्षेत्र में मतदान के लिए अब केवल 19 घंटे बचे हैं. इसके बाद 24 मतदाताओं के भविष्य मतदान पेटी में कैद हो जाएंगे. आज सुबह से वर्धा शहर के जीबी काॅलेज से मतदान कर्मचारी ईवीएम और अन्य सामान लेकर अपने अपने मतदान केंद्रों की ओर रवाना शुरू हो गए हैं. जिसका मतदान क्षेत्र जितनी दूर होगा. वे कर्मचारी उतनी जल्दी निकलने की गड़बड़ में होंगे.


वर्धा लोकसभा क्षेत्र में 24 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं. कोई जीतने के लिए मैदान में उतरा है, तो कोई प्रतिद्वंदी के केवल पैर खींचने के लिए मैदान में है. वर्धा लोकसभा में मुख्य मुकाबला भाजपा के रामदासजी तड़स और महाविकास आघाड़ी के अमरजी काले के बीच है. वंचित बहुजन आघाड़ी के उम्मीदवार राजेंद्र सालुंखे भी मैदान में है. लोकसभा में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे एमआईएम के शहर अध्यक्ष आसिफ खान ने ऐन माैके पर अचानक हिंगणघाट में उद्धव ठाकरे एवं शरद पवार की सभा में महाविकास आघाड़ी उम्मीदवार काले को अपना समर्थन दे दिया है. हालांकि यह बात समझ नहीं आई है कि वे एमआईएम पार्टी से जुड़े रहने के बाद भी उन्हाेंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा था.

वर्धा लोकसभा में भाजपा के उम्मीदवार रामदास तड़स और तीन बार विधायक रह चुके अमर काले ने इस बार राकापा शरद पवार गुट से उम्मीदवारी दाखिल की है. अमर काले और रामदास तड़स के बीच कड़ा मुकाबला देखा रहा है. अमर काले के लिए उनके मामा पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को वर्धा की गलियों की खाक छाननी पड़ी, अनिल देशमुख को इससे पहले वर्धा में कभी नहीं आए थे. अमर काले के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाने के लिए पूर्व गृह मंत्री एवं अमर काले के मामा ने वर्धा संसदीय क्षेत्र में डेरा डाल रखा था. उन्होंने समाज के कई प्रतिष्ठित नागरिकों से मुलाकात की. 2024 के चुनाीव मुकाबले में भाजपा के तड़स को घेरने के लिए अनेक व्यक्तिगत आरोप भी लगाए जाने की चर्चा है. प्रचार प्रसार में अमर काले का पलडा भारी रहने के बाद भी 2019 की पुनरावृत्ती की दहशत विपक्षी दलों में है. क्योकि 2019 में भी सांसद तड़स को जीत नहीं मिलेगी, ऐसा विश्वास विपक्ष में दिखने के बाद भी तड़स भारी वोटों से जीते थे.


वर्धा संसदीय क्षेत्र में 16 लाख 82 हजार 771 मतदाता है. वर्धा लोकसभा में 6 विधानसभा क्षेत्र शामिल है. मदातन प्रक्रिया के लिए 1997 मतदान केंद्र बनाए गए है. शुक्रवार 26 अप्रैल की सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया होगी. पोलिंग बूथ पर जाने के लिए आज सुबह से ही कर्मचारी जीएस काॅलेज के प्रांगण पर इकटठा हो गए थे. मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी कराने के लिए पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन के मार्गदर्शन में 6 हजार 49 कर्मचारी तैनात किए गए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!